आज के समय में हर किसी की रुचि शेयर मार्केट में बढ़ती जा रही है। लोग पैसे बैंक में जमा कराने की बजाय या FD, mutual fund, gold आदि में invest करने की बजाय शेयर मार्केट में निवेश करना अधिक पसन्द कर रहे हैं।
यदि आप शेयर मार्केट में पैसा लगाने की सोच रहे हैं, तो आपको यह ज्ञान होना जरूरी है कि आपको कौन सा share अपने portfolio मे रखना चाहिए। तभी आप शेयर मार्केट से मुनाफा कमा सकते हैं।
इसीलिए आज का हमारा यह post share के buy, sell से संबंधित है। हमारे इस post का विषय है कि हमे अपने शेयर कब खरीदना और बेचना चाहिए.
Share खरीदते या बेचते समय सावधानी रखनी योग्य बातें
यदि आप शेयर मार्केट में beginner है तो आपको सबसे पहले share market सीखने का कार्य करना चाहिए। अक्सर लोग जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में लोगों की दी गई सलाह के अनुसार पैसा invest कर देते हैं और नुकसान उठा लेते हैं।
यहां तक कि कुछ लोगों को तो बिल्कुल भी मालूम नहीं होता कि शेयर मार्केट काम कैसे करता है और वह भी पैसा कमाने की रेस में शेयर मार्केट में कूद जाते हैं और पैसा गवा लेते हैं।
जिस तरह से असल दुनिया में भी बाजार के कायदे कानून होते हैं उसी तरह से शेयर मार्केट के भी कुछ अपने नियम होते हैं यदि आप उन्हे follow नहीं करते तो आपको गारंटी नुकसान होता है।
कई बार आपको किसी शेयर में पैसा invest करने की सलाह दी जाती है क्योंकि उसने पिछले कुछ महीनों में 300 से 400 % या इससे भी अधिक रिटर्न दिया हो, परंतु इस बात की क्या गारंटी होती है कि वह आने वाले समय में भी लाभ ही देगा।
यदि कोई शेयर लाभ देता है तो उसके पीछे उस कंपनी की तरफ से कोई अच्छी खबर होती है, जिसकी वजह से वह लगातार कुछ समय से अच्छा return दे रही होती है। जिस स्थिति में उस कंपनी का शेयर price अचानक बढ़ जाता है परंतु इसके विपरीत यदि कोई पूरी खबर आती है तो कंपनी का price नीचे भी चला जाता है।
इसीलिए नए investor को यह जरूर ensure करना चाहिए के जिन shares पर आप पैसा invest करने वाले हैं क्या वह आपके लिए फायदेमंद है या नहीं।
आपको किसी अच्छे adviser की सलाह के बिना कभी भी पैसा invest नहीं करना चाहिए या फिर स्वयं शेयर मार्केट सीखना चाहिए।
Share को कब खरीदना चाहिए?
एक सफल investor वारेन बफेट बताते हैं कि किसी भी investor को शेयर उस समय खरीदना चाहिए जब पूरा stock market डरा हुआ हो और उस समय बेच देना चाहिए, जब पूरा मार्केट लालच से भरा हो।
उनके कहने का तात्पर्य है कि जब मार्केट गिर रहा हो तो आपको उस समय लालची बन जाना चाहिए और जब market लालची हो तब आपको डरना चाहिए।
आइए अब हम आपको कुछ तरीके बताते हैं जिनसे आपको किसी share को खरीदने और बेचने में मदद मिलेगी।
1) Company के factors check करे
यदि आप technical research नहीं जानते हैं तो आपको बता दें कि किसी भी शेयर को खरीदने से पहले हमें उस कंपनी के शेयर के कई factors देखने पड़ते हैं। जैसे:-
- कंपनी का business model क्या है और कंपनी कैसे पैसे कमाती है।
- Company का business कैसा चल रहा है।
- Company के ऊपर debt कितना है।
- Company का management कैसा है।
- क्या company लिए हुए कर्ज का भुगतान समय पर कर रही है?
- कंपनी एक्सचेंज में registered होने के बाद में निवेशकों को कितना return दे चुकी है।
- क्या कंपनी उसी सेक्टर की अन्य कंपनियों से compete कर सकती है।
- उस कंपनी के future plan क्या है।
ऊपर बताए गए सवालों के जवाब को शेयर खरीदने से पहले जरूर पता कर ले यहां fundamental research के तहत आता है।
2) Technical research के आधार पर
शेयर को कब खरीदना चाहिए या बेचना चाहिए इस बात को ensure करने के लिए technical research काफी मददगार होता है। किसी भी कंपनी के शेयर की chart reading करने पर यह बता चलता है कि कंपनी ने अपना अधिकतम मूल्य या न्यूनतम मूल्य कब टच किया था।
जिसके आधार पर यह निर्णय लिया जा सकता है कि शेयर का price अभी सस्ता है या महंगा। Technical analysis मे भी काफी सारी चीजे होती है जो आपको share खरीदने या बेचने मे मददगार होती है। जैसे:- trend line, moving average, candle pattern etc.
3) जब share की value वास्तविक कीमत से कम हो
यदि किसी शेयर की कीमत उसकी वास्तविक कीमत से कम है तो वह शेयर खरीदने के लिए एक उत्तम समय होता है। Undervalued शेयर को खरीदने से आप वाकई में अच्छा profit कमा सकते हैं।
इसके विपरीत, यह भी ध्यान देने योग्य बात है कि सबसे सस्ते शेयर खरीदने के चक्कर में penny stock में भी लोग फंस जाते हैं और यह आगे चलकर नुकसान ही देता है। इसीलिए आपको ना तो सबसे ज्यादा return देने वाले शेयर में फसना चाहिए और ना ही सबसे सस्ते शेयर में, क्योंकि इस तरह के शेयर जितनी तेजी से profit देते हैं उतनी ही तेजी से कंगाल भी कर देते हैं।
4) Company के quarterly result के अनुसार
जो भी कंपनी एक्सचेंज पर registered होती है वह हर 3 महीने बाद अपनी कंपनी के result पेश करती है जिसमें कंपनी का revenue, expense और net profit जैसी चीजें बताई जाती है। यदि quarterly result अच्छे हैं तो आपको शेयर खरीदना चाहिए, परंतु यदि कंपनी के quarterly result अच्छी नहीं है तो आप को शेयर को खरीदने से बचना चाहिए।
5) IPO के समय
जब कंपनी अपना business बढ़ाना चाहती हो तो वह पूंजी इकठा करने के लिए एक्सचेंज पर अपनी कंपनी को registered करके IPO launch करती है। परंतु जरूरी नहीं है कि IPO के बाद उस कंपनी के शेयर का भाव बढ़ेगा। कभी कभी यह अच्छा listing gain कर लेती है तब निवेशक को फायदा हो जाता है और कभी-कभी इसे बिल्कुल भी listing gain नहीं मिलता इस समय निवेशक घाटा खाता है।
6) Market का overbought या oversold zone
जब भी मार्केट overbought जोन में होती है तो उस समय share बेचने के लिए एक अच्छा समय रहता है और जब मार्केट oversold जोन में रहती है तो वह एक शेयर buy करने के लिए अच्छा opportunity होती है।
7) Share market के crash होने पर
जब भी बाहर शेयर मार्केट crash होती है तो लोग अपना portfolio बेचने लगता है। परंतु ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। उस समय अपना portfolio मे अच्छे शेयर को जरूर add करना चाहिए, क्योंकि जब मार्केट recover करती है तो यह काफी अच्छा profit छोड़ जाती है।
निष्कर्ष
दोस्तों, आज के इस post में हमने आपको शेयर कब खरीदना और बेचना चाहिए? इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है। आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। यदि इस post से संबंधित कोई भी सवाल आप हम से पूछना चाहते हैं तो हमें कमेंट box में कॉमेंट कर के पूछ सकते है।